अस्सी प्रतिशत स्त्रियों की कथा
पीढ़ा घिसता है तो पीढ़ी बनती है
तनाव-क्षेत्र में महिलाओं को नज़रअंदाज करने से समाज का नुकसान
उत्तराखंड समान नागरिक संहिता पर महिलाओं की आपत्तियां
इसलामपुर की शिक्षा-ज्योति कुन्ती देवी
भवसागर के उस पार मिलना पियारे हरिचंद ज्यू
स्त्रीकाल शोध जर्नल (32)
स्त्रीकाल का नया अंक ऑनलाइन पढ़ें या घर मँगवायें
अम्बेडकर की प्रासंगिकता के समकालीन बयान
स्त्रीकाल शोध जर्नल अंक (31)
स्त्रीकाल शोध पत्रिका अंक (30)
स्त्रीकाल शोध पत्रिका अंक (28-29)
भारतीय पुलिस-तंत्र में महिलाओं की स्थिति: ‘गुनाह-बेगुनाह’ उपन्यास के विशेष सन्दर्भ में- केएम प्रतिभा